UP: पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर मर्चेंट नेवी अफसर की हत्या, शव को ड्रम में भरकर डाला सीमेंट
Merchant Navy Officer Murdered by Wife and her Lover
मेरठ। Merchant Navy Officer Murdered by Wife and her Lover: ब्रह्मपुरी में प्रेमी संग मिलकर महिला ने हैवानियत की पटकथा लिख दी। पांच साल की बेटी की वजह से पति ने तलाक देने से इनकार कर दिया तो मुस्कान ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। उसने सोते हुए पति के हाथ पकड़ लिए। प्रेमी ने सीने पर चाकू से वार किए। पहले वार पर सौरभ चिल्लाया... मुझे मत मारो, तलाक दे दूंगा, लेकिन साहिल व मुस्कान का दिल नहीं पसीजा और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
मुस्कान और साहिल ने पुलिस को बताया कि नशे के लिए ड्रग्स भी लेते थे। हत्या वाले दिन भी दोनों ने सिगरेट में ड्रग्स भरकर पी। नशे में होने के बाद सौरभ को मार डाला। कत्ल के बाद शव के टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिए, फिर सीमेंट डालकर पानी से लेप कर दिया। रातभर में सीमेंट पत्थर में तब्दील हो गया। हत्या के बाद दोनों घर पर ही सो गए। बेटी पीहू दूसरे कमरे में सो रही थी।
मुस्कान के अनुसार, सौरभ के लंदन से लौटने के बाद उसे साहिल और अपनी प्रेम कहानी के बारे में बता दिया था। 28 जनवरी को पीहू का जन्मदिन मनाने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सामने तलाक का प्रस्ताव रखा था। सौरभ ने परिवार को भी यह बात बताई थी। बेटी पीहू की खातिर उसने मुस्कान को तलाक देने से इनकार कर दिया था। तब मुस्कान और सोहिल ने सौरभ की हत्या की पटकथा रची।
कबाड़ी बाजार से प्लास्टिक का ड्रम खरीदकर लाए। झंडा चौक से एक सीमेंट का बैग लिया। ड्रम को पहले ही मुस्कान के घर पर रख दिया था। सौरभ के पूछने पर बताया था कि आटा रखने के लिए ड्रम खरीदा है। सीमेंट का बैग साहिल ने दोस्त के पास रख दिया था। सौरभ की हत्या के बाद वह स्कूटी पर जाकर सीमेंट का बैग ले आया था।
ड्रम के अंदर पत्थर हो गया था सौरभ का शव
मुस्कान और साहिल की निशानदेही पर पुलिस ने घर के अंदर से ड्रम बरामद कर लिया। उसे ड्रील मशीन से काटने का प्रयास किया। सीमेंट इतना सख्त हो गया था कि वह कट नहीं पा रहा था। उसके बाद पुलिस ने ड्रम को पोस्टमार्टम हाउस ले गई। यहां दो ड्रील मशीन से सीमेंट को काटकर सौरभ का शव निकाला गया। उसके बाद देर रात तक शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
हमे पांच मिनट दे दो, यहीं चुकाएंगे बदला
सौरभ की क्रूरता से की गई हत्या की जानकारी मिलते ही रिश्तेदारों के साथ सौरभ का परिवार ब्रह्मपुरी थाने पहुंच गया और थाना परिसर में हंगामा कर दिया। वह पुलिस से मुस्कान और साहिल को उन्हें सौंपने की बात कह रहे था। उनका कहना था कि कानूनी दांव पेंच में पता नहीं कब न्याय मिलेगा, हमें पांच मिनट दे दो, यहीं पर हिसाब चुकता कर लेंगे। सौरभ के परिवार के गुस्से को देखकर पुलिस ने तत्काल ही मुस्कान और साहिल को ब्रह्मपुरी थाने से अन्य स्थान पर शिफ्ट कर दिया।
झूठी मोहब्बत ने बेटे की जान ले ली
मुन्ना लाल के परिवार में उनकी पत्नी रेनू और दो बेटे बबलू और सौरभ थे। एक बेटी शिवानी है। सौरभ ने प्रेम विवाह किया था। उसकी हत्या के बाद मां रेनू का कहना था कि मोहब्बत में लोग एक-दूसरे के लिए जान देते हैं। मुस्कान ने तो मोहब्बत के नाम को भी बदनाम कर दिया। इस मोहब्बत की झूठी कहानी पर रोने के अलावा हमारे पास कुछ नहीं बचा है। झूठी मोहब्बत ने मेरे बेटे की जान ले ली।